पटना : फिजियोथेरेपी चिकित्सा विज्ञान की ऐसी प्रणाली है जिसकी सहायता से जटिल रोगों का इलाज आसानी से किया जाता है।हालांकि भारत मे बहुत ही कम लोग इसके प्रति जागरूक है जिस वजह से वो इसका लाभ कम ही उठा पाते है। उक्त बातें
विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर साईं हेल्थ केयर वेलनेस सेंटर के निदेहक डॉ. राजीव सिंह ने कही। उन्होंने विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर सभी चिकित्सकों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने बताया कि फिजियोथेरेपी के जरिए गठिया,रीढ़ की हड्डी में चोट जैसी बीमारियों का इलाज संभव है।इसका कोई साइड इफेक्ट भी नही होता है। आज भाग दौड़ की ज़िंदगी मे फिजियोथेरेपी आम जीवन मे अति महत्वपूर्ण हो गया है।जहाँ बिना दवा के ज्यादातर बीमारियों को जड़ से खत्म किया जा सकता है।
अक्सर लोग फिजियोथेरेपी बीच मे ही छोड़ देते है।ऐसा करने से आपको पूरा लाभ नही मिल पाता।इसमे कई सेशन होते हैं जिन्हें पूरा करना जरूरी है।आप चाहते हैं कि इसका लाभ लंबे समय तक हो तो सभी सेशन को पूरा करे।कितने दिनों तक फिजियोथेरेपी सेशन के लिए आना होगा इसके बारे में पहले ही फ़िज़ियोथेरेपिस्ट से पूछ लें।मरीज़ की शारीरिक स्थिति को अच्छी तरह से जानने समझने के बाद ही सेशन की शुरुआत करनी चाहिए।किसी अच्छे फ़िज़ियोथेरेपिस्ट से ही अपना इलाज करवाये।सस्ते के चक्कर मे पड़ेंगे तो पूरा लाभ नही होगा व आपकी समस्या यूँ ही बनी रहेगी।ऐसा नही है कि जो लोग पूरी तरह स्वस्थ हैं वो फिजियोथेरेपी का सेशन नही ले सकते।इससे आपको किसी तरह का नुकसान नही होगा यह शरीर को फायदा ही पहुचाते है।
यदि आप नियंत्रित रूप से लेते रहते है तो लंबे समय तक स्वस्थ जीवन जी सकते है। इससे आप कई तरह की बीमारियों से बच सकते है।फिजियोथेरेपी किसी भी उम्र में ली जा सकती है। बच्चे, महिलाएं, लड़के,लड़कियां, बूढ़े सभी उम्र के लोग फिजियोथेरेपी ले सकते हैं।